सीधी। अधिक से अधिक लोगों को माननीय मुख्यमंत्री जी के दर्शन कराने के नाम पर ग्राम पंचायत जूरी में सरपंच सचिव ने मिलकर ऐसा भुगतान किया जिसमें ना तो भुगतान पाने वाले को कुछ पता है और ना ही जिसके नाम पर भुगतान किया गया उसको कुछ पता है केवल पैसे आहरण कर डकार जाने वालों और मूक दर्शक बने अधिकारी सब कुछ जान रहे हैं।
विकासखंड क्षेत्र कुसमी के ग्राम पंचायत जूरी मे ई भुगतान आदेश क्रमांक 2832719 दिनांक 22 अप्रैल 2023 को भदौरिया ट्रेवल्स कुसमी को उनके बिल क्रमांक 5 के लिए वाहन संख्या एमपी 53 सीए 41 24 महावीर सिंह की बोलेरो, एमपी 18 सी ए 2961 वाहन स्वामी विजय कुमार मिश्रा मारुति सुजुकी की हल्की कार, एमपी 18 जेड ए 7462 भूपेंद्र बहादुर सिंह की बोलेरो, एमपी 22 टी 1036 उमा सिंह की बोलेरो , और एमपी 53 सी ए 5971 विजय प्रकाश की बोलेरो को मुख्यमंत्री लाडली बहन विशाल कार्यक्रम हिनौता में ले जाने के लिए बैंक खाता क्रमांक 548302010005504 मे 17456 रुपए का भुगतान किया गया। आमतौर पर बड़े नेताओं की सभा में लोगों को लाने ले जाने के लिए प्रशासन द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत को बसें उपलब्ध कराई जाती है फिर यह भुगतान कैसे किया गया यह मामला संदिग्ध नजर आने पर जब हमने बिल में दर्ज तथाकथित भदौरिया ट्रैवल्स के मालिक हर्ष नारायण सिंह भदौरिया को उनके दूरभाष नंबर 7649852219 पर संपर्क किया और इस भुगतान से अवगत कराया तो उन्होंने कहा कि तथाकथित बिल में दर्ज बैंक खाता नंबर तो उन्हीं का है
लेकिन ना तो वे किसी ट्रैवल एजेंसी का संचालन करते हैं और ना ही बिल में दर्ज पांच वाहनों में से किसी को भी जानते हैं साथ ही उन्होंने पंचायत को किसी भी तरह का वाहन उपलब्ध कराने से स्पष्ट इनकार किया इतना ही नहीं उन्होंने पंचायत द्वारा किए गए भुगतान के संबंध में भी अनभिज्ञता जाहिर की है। श्री भदौरिया कुसमी में भदौरिया जलपान ग्रह के नाम से एक होटल का संचालन करते हैं उनके पास अपनी खुद की स्कॉर्पियो वाहन भी है लेकिन उसका नंबर इस बिल में दर्ज नहीं है इसकी पुष्टि भी उनके द्वारा की गई है। भदौरिया ट्रेवल्स के नाम से भुगतान किए गए तथाकथित बिल में दर्ज वाहन क्रमांक एमपी 22 टी 1036 वाहन मालिक उमा सिंह जो की ग्राम पंचायत जूरी की पूर्व सरपंच रह चुकी हैं उनके पति वीरेंद्र सिंह जो कि पेशे से शिक्षक हैं इनके मोबाइल नंबर 8103989506 पर संपर्क कर जब उनसे उनकी गाड़ी के नाम पर हुए भुगतान के संबंध में अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में वह गए अवश्य थे लेकिन स्वयं के वाहन में स्वयं के व्यय पर गए थे इसके लिए उन्होंने पंचायत से किसी भी तरह का भुगतान प्राप्त नहीं किया है और ना ही इसके संबंध में उन्हें कोई जानकारी है।
इस तरह ग्राम पंचायत जूरी में पांच वाहनों के नाम पर किए गए भुगतान के संदर्भ में ना तो तथाकथित ट्रैवल एजेंसी के संचालक को कोई जानकारी है और ना ही वाहन मालिकों को कोई जानकारी है फिर भी 17456 रुपए का भुगतान कर लोक धन का दुरुपयोग और गबन किया गया है। इस संबंध में पंचायत सचिव भानू सिंह से जब हमने उनके मोबाइल पर संपर्क किया तो इस सवाल का और इस भुगतान का भी कोई जवाब नहीं दे पाए। सवाल यह उठता है कि आदिवासी बाहुल्य विकासखंड क्षेत्र कुसमी में लोकधन का इस तरह दुरुपयोग क्या वहां पदस्थ जिम्मेदार लोगों की मोहन सहमति से चल रहा है क्योंकि संपूर्ण खुलासों के बावजूद भी जिम्मेदार लोगों द्वारा किसी भी तरह की कार्रवाई न करना उन्हें सब के दायरे में रखता है।